करियर का चुनाव कब करें ?
करियर चुनाव के लिए सबसे अहम सवाल है कि करियर का चुनाव कब किया जाए अक्सर स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर लेते हैं लेकिन उन्हें पता ही नहीं चल पाता कि उन्हें करियर कब चुन लेना चाहिए था बिना करियर चुनाव किए कुछ भी शिक्षा प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स ही रोज़गार की तलाश में अलग अलग सेक्टर में इधर से उधर इंटरव्यू देते दिखाई देते हैं लेकिन उनसे से बहुत से लोगो को या तो रोज़गार नहीं मिलता या अच्छी सैलरी नहीं मिलती इसका सीधा सा कारण बिना करियर का चुनाव किए ही शिक्षा प्राप्त करना है असल में हर व्यक्ति के जीवन में हर काम को करने का कुछ निश्चित समय होता है यदि वह कार्य उस निश्चित समय पर न किया जाए तो फिर देर हो जाती है और देरी के कारण हुए नुकसान की भरपाई करने में काफी वक़्त भी लग जाता है ।
भारतीय शिक्षा प्रणाली के अनुसार शिक्षा प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को चाहिए कि वह नवीं या दसवी कक्षा की पढाई करते समय ही करियर विकल्प का चुनाव करे ताकि उसे दसवी कक्षा में उसी करियर के अनुसार परीक्षा परिणाम प्राप्त करने में आसानी रहे उदहारण के लिए मान लीजिए कोई स्टूडेंट डॉक्टर बनना चाहता है तो इसके लिए आवश्यक है कि नवीं कक्षा से ही वह विज्ञान विषयो का गहन अध्धयन करे ताकि अच्छा परीक्षा परिणाम आने पर उसे आसानी से साइंस विषयो के साथ ग्यारहवी कक्षा में प्रवेश मिल जाए परन्तु यह ध्यान रखना आवशयक है कि करियर चुनाव की एक प्रक्रिया है जिसका पालन करने के बाद एक सफल करियर बनाया जा सकता है।
Author:
एडवोकेट आफताब फाजिल
मोबाइल न० 9015181526
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